करवे वाली चौथ नी सखियों आ गयी है
करवे वाली चौथ
नी सखियों आ गयी है
सदा सुहागन रहो
सुनीदे ला गयी है।।
करवे वाली चौथ नि
सखियों आ गयी है।।
सदा सुहागन रहो
सुनीदे ला गयी है।।
राज राज करो शृंगार नी सखियो
बिंदिया महँगी हार नी सखियो
नेव परांडे सूट दुपट्टे पा के
पा के होलो तैयार नी सखियो।।
करवे वाली चौथ नि
सखियों आ गयी है
सदा सुहागन रहो
सुनीदे ला गयी है।।
गाओ सई सई सैइयो
जी फिरंडे सई सैइयो
एक दूजे नी डेयो बधाइया
राल मिल के सब गाए सखियो।।
पंख सुलखने दे
ये उमर बड़ा गयी है
सदा सुहागन रहो
सुनीदे ला गयी है।।
करवे वाली चौथ नि
सखियों आ गयी है
सदा सुहागन रहो
सुनीदे ला गयी है।।
सब दी रैन सलामत आईये
चार दिन नू होई अष्टमी
फिर बछिया दी खेर मनाई।।
पुर जीवन नू
त्योहार बना गयी है
सदा सुहागन रहो
सुनीदे ला गयी है।।
करवे वाली चौथ नि
सखियों आ गयी है
सदा सुहागन रहो
सुनीदे ला गयी है।।