काली काली तू कलकत्ते वाली
काली काली तु कलकत्ते वाली,
तेरी अखियां लाल लाल है
तेरे गल मुण्डन की माल है
तूने कहा था मैं जम्मू में मिलूंगी,
मैं आई तू न आई
मेरे प्यासे नैना तरसे, तू निकली न भवन से
काली काली………….,
तेरी अखियां………
तेरे गल …………….
तूने कहा था कलकत्ते में मिलूंगी
मैं आई तू न आई
मेरे प्यासे नैना तरसे तू नि
निकली न भवन से
काली काली………..,
तेरी अखियां…. ………..
तेरे गल……………….
तुने कहा था नैना देवी में मिलूंगी
मैं आई तू न आई
मेरे प्यासे नैना तरसे, तू निकली न भवन से
काली काली………..,
तेरी अखियां………
तेरे गल…..………………
तुने कहा था मनसा देवी में मिलूंगी
में आई तू न आई
मेरे प्यासे नैना तरसे तू निकली न भवन से
काली काली………..,
तेरी अखियां………….
तेरे गल………..
तुने कहा था वै वैष्णो देवी में मिलूंगी
मैं आईतू न आई
मेरे प्यासे नैना तरसे तू निकली न भवन से
काली काली………..,
तेरी अखियां……….
तेरे गल..………………
तुने कहा था चिन्तापूर्णी में मिलूंगी
मै आई तू न आई
मेरे प्यासे नेना तरसे तू निकली न भवन से
काली काली …………,
तेरी अखियां……..
तेर गले……….
तुमम तूने कहा था ज्वाला देवी में मिलूंगी
मैं आई तून आई
मेरे प्यासे नैना तरसे तू निकली न भवन से
काली काली तू कलकत्ते वाली
तेरी अखियां लाल लाल है
रोटे गल मुण्डन के माल है