जो भी भोले का मन से गुलाम बनेगा
जय श्री महाकाल !
कोई कर्म को माने, कोई किस्मत को माने,
कर्म किस्मत के साथ, जो भी भोले को माने,
कोई कर्म को माने, कोई किस्मत को माने,
कर्म किस्मत के साथ, जो भी भोले को माने,
उसका मन भी, महा शिव का धाम बनेगा,
ओ धाम बनेगा, ओ धाम बनेगा,
जो भी भोले का मन से गुलाम बनेगा-०४
और इस प्यारा भजन से भी अभिभूत हों: भोले बाबा से भोला ना होइ कोई
जय श्री महाकाल !
जिसने साधा शिव पे निशाना, अपने मन और भक्ति से-०२
उसको परिचय हुआ है मन में, शिव और शिव की शक्ति से-०२
ओ देख शिव का असर, करे जो ना कसर,
देख शिव का असर, करे जो ना कसर,
शिव के भक्तो में, उसका भी नाम बनेगा,
ओ नाम बनेगा, ओ नाम बनेगा,
जो भी भोले का मन से गुलाम बनेगा-०४
सबका ऊँचा नाम हो जग में, मची हुई है ये होड़ हैं प्यारे-०२
कर्म और किस्मत इन दोनों का, शिव भोले हीं तोड़ हैं प्यारे-०२
हो जिसपे शिव की नजर हो, दया शिव की अगर हो,
जिसपे शिव की नजर हो, दया शिव की अगर हो,
उसका सबसे अलग हीं मुकाम बनेगा,
मुकाम बनेगा, मुकाम बनेगा,
जो भी भोले का मन से गुलाम बनेगा-०४
जय श्री महाकाल !
विपदा आई प्रभु राम पर, शिव से ध्यान लगाये हैं-०२
शिव कृपा से रावण को मारा, राम सिया को पाये हैं-०२
मोरे शिव अंतर्यामी, तीनो लोकों के स्वामी-०२
ये किशन भी तो, शिवजी का राम बनेगा,
ओ राम बनेगा, ओ राम बनेगा ,
जो तू भोले का मन से गुलाम बनेगा-०२
जो भी बाबा का मन से गुलाम बनेगा-०२
जो भी भोले का मन से गुलाम बनेगा-०३