झूठा है संसार
झूठा है संसार रैन का सपना है,
किसे करे तू प्यार कोई ना अपना है,
झूठा है संसार रैन का सपना है,
किसे करे तू प्यार कोई ना अपना है।
जीवन के सफर में राही, जरा रखना कदम संभल के,
तू बैठ ना जाना पगले, मंजिल के पास निकल के-०२
पार तुझे टपना है,
किसे करे तू प्यार कोई ना अपना है,
झूठा है संसार रैन का सपना है,
किसे करे तू प्यार कोई ना अपना है।
यहाँ देखें: संपूर्ण चालीसा संग्रह
ओ माया के मतवाले, पल पल में उम्र ढ़ली जा,
इस काल बलि के चक्कर में, चक्की में मूंग डली जा-०२
खाक हुई सपना है,
किसे करे तू प्यार कोई ना अपना है,
झूठा है संसार रैन का सपना है,
किसे करे तू प्यार कोई ना अपना है।
आया था ब्याज कमाने, ना बाकी मूल रहा है,
ओ बन्दे अरे मन मूरख, तू तो बिलकुल भूल रहा है-०२
हरी को भी रटना है,
किसे करे तू प्यार कोई ना अपना है,
झूठा है संसार रैन का सपना है,
किसे करे तू प्यार कोई ना अपना है।
