ज़माना अगर छोड़ दे बेसहारा

  • Jamana Agar Chhor De Besahara

ज़माना अगर छोड़ दे बेसहारा-२
मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा तो है,
ज़माना अगर छोड़ दे बेसहारा, मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा तो है,
हर इक जन अगर कर भी लेगा किनारा-२
मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा तो है, ज़माना अग़र छोड़ दे बेसहारा ।

मेरी आह सुनकर मेरा दर्द सुनकर-२
मदद को कोई और आए न आए-२
मेरी आह सुनकर मेरा दर्द सुनकर-२
मदद को कोई और आए न आए-२
वो आए हमेशा उन्हें जब पुकारा-४
मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा तो है,
ज़माना अगर छोड़ दे बेसहारा, मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा तो है ।

कभी सुख के दिन और कभी दुख की रातें-४
सांई तुममें विश्वास बढ़ता गया है-२
कभी सुख के दिन और कभी दुख की रातें-२
सांई तुममें विश्वास बढ़ता गया है-२
हो …हर इक हाल में दिल रहा है तुम्हारा
हर इक हाल में दिल रहा है तुम्हारा-३
मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा तो है,
ज़माना अगर छोड़ दे बेसहारा, मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा तो है ।

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हो …करूँ मैं तेरा शुक्रिया किस ज़ुबां से,
करूँ मैं तेरा शुक्रिया किस ज़ुबां से-३
मैं हर पल रहा तेरी मर्ज़ी का बन्दा-२
मैं हर हाल में दिल रहा है तुम्हारा-४
मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा तो है,
ज़माना अगर छोड़ दे बे सहारा, मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा तो है,
मुझे फ़िक्र क्या मेरे बाबा तो है……


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