जय बाबा विश्वकर्मा के
प्रेम से बोलिये विश्वकर्मा बाबा की जय !
आई गइल देखअ सत्रह सितम्बर-०२
गूंजा त धरती और गूंजा त अम्बर-०२
आई गइल देखअ सत्रह सितम्बर,
गूंजा त धरती और गूंजा त अम्बर,
चरणों में, इनके चरणों में शीश झुका ल,
सब मिलके जयकारा लगा ल,
जपि ल नाम जी भर भर के,
बाबा विश्वकर्मा के, जय जय जय जय -०२
गाड़ी मोटर बंगला, उनके हीं देन बा,
उनके कृपा से, आज उड़त प्लेन बा,
केतना करीं, महिमा के बखानमा,
दुनिया हीं बनल हबे, उनके कारणमा,
करेलीं बाबा हांथी के सवारी,
जग के करेलीं, इहे रखवारी,
बाबा मानेले, बाबा मानेले
बाबा मानेले, सब से जादा
हम सब नाम लीं त बर्मा के,
बाबा विश्वकर्मा के, जय जय जय जय -०२
और इस भजन को भी सुनें: विश्वकर्मा जी के महिमा महान बा
देवी देवता के बनाउलान हथियार हो,
गदा त्रिशूल चक्र, धनुष तलवार हो,
कृति बा इनकर, सबसे महान हो,
सृष्टि के कइले, इहे निर्माण हो,
वास्तुदेव अंगिरसी के ललनवा,
इनकर महिमा जाने, दुनिया जहानवा,
चलअ कइल, चलअ कइल,
चलअ कइल जाई नमनमा,
दुनिया के इ कर्मा धर्मा के,
बाबा विश्वकर्मा के, जय जय जय जय -०२



