जगत में रे जीवन दो दिन का
हरी नाम सुमर सुख धाम
जगत में रे जीवन दो दिन का
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी
गर्व करे रे धन का
सभी छोड़ कर चला
मुसाफिर वास हुआ वन में
हरी नाम सूमर सुख धाम
जगत में जीवन दो दिन का
जोबन नारी लगे प्यारी
मौज करे रे मान का
काल बलि का लगे तमाचा
भूल गया तनका
हरी नाम सूमर सुख धाम
जगत में जीवन दो दिन का
सुंदर काया देख लुभाया
आड़ करे रे तन का
छूटा स्वास बिखर गयी
दही ज्यो माला मनका
हरी नाम सूमर सुख धाम
जगत में रे जीवन दो दिन का
ये संसार सपान की माया
मेला पल च्चीं का
ब्रह्मा नंद भजन कर बंदे
नाथ निरंजन का
हरी नाम सूमर सुख धाम
जगत में रे जीवन दो दिन का


