जब कुछऊ ना लउके त भवानी के भजन कर ल
कहे पागल इ जब दुनिया सारी,
भाई अपने करे जे गद्दारी,
कहे पागल इ जब दुनिया सारी,
भाई अपने करे जे गद्दारी,
त मन बैयां में मगन कर ल,
अगर कुछऊ ना लउके त, भवानी के भजन कर ल-०२
अगर कुछऊ ना लउके त, भवानी के भजन कर ल,
सच पर बीस जब झूठ पड़े लगे,
जब तोहरा के देख लोग जरे लगे,
जब जिए के ना कुछ सहारा बचे,
मन माया के नगरी से भरे लगे,
जब अपने जमार देवे जारी,
जब बड़हन पकड़े बेमारी,
त भगती के रहिया पसंद कर ल,
अगर कुछऊ ना लउके त, भवानी के भजन कर ल-०२
और इस भजन से भी आनंदित हों : शेरावाली नू पसन्द किवे आयी
जब झूठे लागल होखे दागी नु हो,
सब छोड़के हो जा बैरागी नु हो,
जो सही में हो माई से लागी नु हो,
दुःख सब दूर जिनगी से भागी नु हो,
जब दिल हर जगह से जाओ हारी,
जब सुनेला केहू लचारी,
त धमवा पे जा के पूजन कर ल,
अगर कुछऊ ना लउके त, भवानी के भजन कर ल-०२

