जब आवे करवा चौथ सुहागन व्रत करे
जब आवे करवा चौथ
सुहागन व्रत करे
माँगे सदा पति का साथ
सुहागन व्रत करे।।
सांझ ढले दुल्हन बन बैठे
और सोलह शृंगार सजाए
सुने कथाए सखियाँ संग
देवी देवता सकल मनाए
देवी देवता सकल मनाए।।
करे सास ससुर सत्कार
सुहागन व्रत करे
जब आवे करवा चौथ
सुहागन व्रत करे।।
माँगे सदा पति का साथ
सुहागन व्रत करे
जब आवे करवा चौथ
सुहागन व्रत करे।।
कोरे कोरे करवे जल भरले
गणपति को ध्यान लगाए
चाँद चड़े तो अर्घ् चडाए
मूह मनगा वरदान वो पाए
मूह मनगा वरदान वो पाए।।
वो तो हो जाए भाव से पार
वो तो हो जाए भाव से पार
जब आवे करवा चौथ
सुहागन व्रत करे
माँगे सदा पति का साथ
सुहागन व्रत करे।।
जब आवे करवा चौथ
सुहागन व्रत करे।।
ब्रह्म महूरत सुबह सवेरे
प्राण करे और सरगी पाए
परमेश्वर और पति देव का
मान मंदिर में ध्यान लगाए।।
मान मंदिर में ध्यान लगाए
करे श्रद्धा से शृंगार
सुहागन व्रत करे।।
जब आवे करवा चौथ
सुहागन व्रत करे
माँगे सदा पति का साथ
सुहागन व्रत करे।।

 
 
