हार के जो भी दर पर आया उसको सेठ बनाते हो

  • haar ke jo bi dar par aaya usko seth banate ho

सुनकर आया श्यामधनी तुम सबके काम बनाते हो
हार के जो भी दर पर आया उसको सेठ बनाते हो

मेरे रोज पड़ोसी बोले हम श्याम दर पर जाते हैं
खाटू जाकर के बाबा को हम सुंदर भजन सुनाते हैं
हम सुंदर भजन सुनाते हैं
इतने से काम के बदले तुम , भक्तों पर माल लूट आते हो
हार के आया जो भी दर पर उसको सेठ बनाते हो

मैंने सोच लिया था पहले अब के ग्यारस पर जाऊंगा
मेरा जाते ही काम बनेगा जब अर्जी वहां लगाऊंगा
जब अर्जी श्याम लगाऊंगा
मुझे लगे हैं श्याम धनी तुम, हो… मेरी बारी पे देर लगाते हो
हार के आया जो भी दर पर उसको सेठ बनाते हो

मैं कितनी बार ही आया अब मेरा काम बना दे तू
जल्दी से झोली भर दे काहे नखरे दिखलावे तू
काहे नखरे दिखलावे तू
भगत तेरा दर-दर भटके, हो… तुम बैठे मौज उड़ाते हो

https://youtu.be/09sfaZdEgvw

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