गोविंदा गोपाला हरे कृष्ण हरे नंदलाला
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा,
हे नाथ नारायण वासुदेवा, हे नाथ नारायण वासुदेवा।
गोविंदा गोपाला हरे कृष्ण हरे नंदलाला-०२
जिसका ना कोई है जगत में-०२
उसका है बंसी वाला,
गोविंदा गोपाला हरे कृष्ण हरे नंदलाला-०२
हरी बोल, हरे कृष्णा, हरे राम !
हरे कृष्ण कृष्ण हरे कृष्णा, बोले सांसों की माला,
मनमोहन से मिलते ही, मन हो जाए मतवाला,
अरे नजर से जादू करिया, है अजब गजब यह ग्वाला,
घूंगराली लट से तोडा, राधा के दिल का ताला,
कभी मिला नहीं मीरा से, उसे दीवानी कर डाला,
गोविंदा गोपाला हरे कृष्ण हरे नंदलाला-०२
शरणागत को संकट से, गिरधर ने सदा निकाला,
सांवरिया तो विश को भी, अमृत है करने वाला,
बन जाए कवच भक्तों का, ये श्याम नाम दुशाला,
जो काम करे ये मुरली, दरकाये न बरछी भाला,
हो कृष्ण सारथी जिसके, उसे कौन हराने वाला,
गोविंदा गोपाला हरे कृष्ण हरे नंदलाला-०२
लाल गुलाबी काला, रंग सब पे श्याम निराला,
चढ़े तो फिर ना उतरे, हैं श्याम का रंग निराला,
राधा को भी रंग डाला, मीरा को भी रंग डाला,
रंग डाले सारे ग्वाले, रंग दी ब्रिज की हर बाला,
उसका बचना मुश्किल है, पड़े श्याम से जिसका पाला,
गोविंदा गोपाला हरे कृष्ण हरे नंदलाला-०२
गोविंदा गोपाला हरे कृष्ण हरे नंदलाला-०२
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा,
हे नाथ नारायण वासुदेवा, हे नाथ नारायण वासुदेवा।
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