गनराजा तुम्हारी जय जयकार सादर वंदन बारम बार
गनराजा तुम्हारी जय जयकार
सदर वंदन बारम बार।।
नाथ तुम्हारे शुभ आगमन से
भक्तो के मन आत्मा हर्षे।।
फुलकित हो गया रोम रोम प्रभु
प्रेम के आंसू आंख से बरसे
धन्य हुआ दर्शन से जीवन
स्वपन हुआ साकार
गण राजा तुम्हारी जय जयकार।।
प्रथम पूज्य है देव गजानन
स्वीकारो ये पूजन वंदन।।
मोदक लड्डू मेवा मिठाई
प्रेम साहित्य स्वीकारो भगवान।।
हार फूल गुरवार जम्भू फल
नाथ करो स्वीकार करो
गण राजा तुम्हारी जय जयकार।।
रिद्धि सिद्धि ले तुम घर आए
दीन जानो के भाग्य जगाए
यश वैभव का वर देकर प्रभु
वरदायक सब विघन मितये
तन मन जीवन आत्मा करते
नाथ प्रगट आभार
गनराजा तुम्हारी जय जयकार।।
सदर वंदन बारम बार
गनराजा तुम्हारी जय जयकार।।