गणराजा मोरे अंगना पधारो हे गणराजा
गणराजा गणराजा मोरे अंगना पधारो हे गणराजा
विघन हरण हे मंगल दाता
हम भक्तो के भाग्य विधाता।।
रिद्धि और सीधी के संग आजा
मोरे अंगना पधारो हे गणराजा।।
हे गज मुख गज बदन विनायक
शिव और पार्वती के बालक।।
इक बार आके तू फिर ना जा
मोरे अंगना पधारो हे गणराजा।।
चंदन का तोहे तिलक लगाओ
मोदक का तोहे भोग लगाओ।।
सफल करो सब के काजा
मोरे अंगना पधारो हे गणराजा।।
चौक पूरां मंगल गाओ
जग मग जग मग दीप जलाओ।।
झांझ मंजीरा बजाओ बाजा
मोरे अंगना पधारो हे गणराजा।।

