गणपति राखो मेरी लाज
जय गणेश गणनाथ दया निधि
सकल विघ्न कर दुर हमारे
मम वंदन स्वीकार करो प्रभुजी
चरण शरण हम आये तुम्हारे
जय गणेश गणनाथ दया निधि
गणपति राखो मेरी लाज
पूरण कीजो मेरे काज
गणपति राखो मेरी लाज
सदा रहे खुशहाल गणपति लाल
जो प्रथमे तुम्हे धियावे
ओ रिद्धि सिद्धि के दाता भाग्य विधाता
ओ तुमसे सब कुछ पावे
ओ विनती सुनलो मेरी आज
ओ विनती सुनलो मेरी आज
गणपति राखो मेरी लाज
कभी न टूटे आस मेरा विश्वास
मैं आया शरण तुम्हारी
हे शम्भू के लाल प्रभु तिरकाल
तेरी महिमा न्यारी
ओ तेरी दया का मैं मोहोताज
ओ तेरी दया का मैं मोहोताज
गणपति राखो मेरी लाज
जिसके सर पर हाथ तेरा हो नाथ
उसे फिर कैसा डर है
जपे जो तेरा नाम सुबह और शाम
तो उसका नाम अमर है
गौरी लाला सब देवो के तुम सरताज
गणपति राखो मेरी लाज