गजानंद राखो लाज हमारी
गजानंद राखो लाज हमारी
पिता तुम्हारे महादेव है
पार्वती माताजी।।
गजानंद राखो लाज हमारी
पिता तुम्हारे महादेव है
पार्वती माताजी।।
सबसे पहले तुम्हें बुलाए
आओ गजानन आओ गजानन आओ।।
विघ्न विनाशक
प्रथम पूज्य तुम
बढ़ा विघाना हटाओ।।
आज वंदना करते हैं हम
हे जग के उपकारी
गजानंद राखो लाज हमारी।।
मंगल दीप जलाकर तुमको
मोदक भोग लगाये
और आरती करे तुम्हारी
कंचन थाल सजाये।।
रिद्धि सिद्धिया संग विराजे
सेवा होवे तुम्हारी
गजानंद राखो लाज हमारी।।
पिता तुम्हारे महादेव है
पार्वती माताजी
गजानंद राखो लाज हमारी।।