देखो देखो गजानन की झांकी लगी है कितनी बांकी
देखो देखो गजानन की झांकी
लगी है कितनी बांकी
जो देखा वो निहाल हो गया
जल्दी सस्ती के चक्कर चलें
सब देवो को हराये
ये सच मच कमाल हो गया।।
मंगल मूरत इनकी काया
रूप अनोखा सबको भाया
एक दन्त गज बदन विनायक
विघन हटाती नाम की माया।।
जिस्ने पूजा वही हर्षाय विद्या धन पाया
कुछ दिनों में माला माल हो गया।।
देखो देखो गजानन की झांकी
लगी है कितनी बांकी
जो देखा वो निहाल हो गया।।
दुनिया करती है इनका वंदन
शिव सुत है ग्वारी नंदन
रिद्दी सिद्दी के दाता गणपति
लमोदर है मूषक वाहन
सभी चरनो में मस्तक झुके
लड्डू की थाल लाए की
गाओ खुशहाल हो गया।।
देखो देखो गजानन की झलक
लगी है कितनी बांकी
जो देखा वो निहाल हो गया।।