|

दास ये राखी लाया

  • Das Ye Rakhi Laya

रक्षा बंधन है आया, दास ये राखी लाया-०२
बंधवालो राखी मेरे श्याम, मेरे प्रभु सुखधाम -०२

सर्वप्रथम मैं अपने सतगुरु का दर्शन पाऊं-०२
दर्शन पाके सतगुरु के चरणों में शीश झुकाऊं-०२
चरणों में शीश झुका के सतगुरु का प्यार पाऊं-०२
ओ मेरे प्यारे मोहन, बस जाओ मेरे नयनन-०२
बंधवालो राखी मेरे श्याम, मेरे प्रभु सुखधाम,
रक्षा बंधन है आया, दास ये राखी लाया-०२
बंधवालो राखी मेरे श्याम, मेरे प्रभु सुखधाम।

और इस भजन को भी देखें: सांवरे की राखी

केसर का तिलक लगाके श्रद्धा से आरती गाऊं-०२
सब विधि पूजन करके सतगुरु को भोग लगाऊं-०२
कर कमल बढ़ाओ दाता, राखी बँधवाओ दाता-०२
भक्ति का दान दे दो, ऐसा वरदान दे दो-०२
बंधवालो राखी मेरे श्याम, मेरे प्रभु सुखधाम,
रक्षा बंधन है आया, दास ये राखी लाया-०२
बंधवालो राखी मेरे श्याम, मेरे प्रभु सुखधाम।

हर युग में सतगुरु जी ने भक्तों की लाज बचाई-०२
कृपा का हाथ देकर भक्तों के बने सहाई-०२
मीरा के श्याम भगवन, शबरी के राम भगवन-०२
आनंदपुर धाम बनाया, चरणों से हमें लगाया-०२
बंधवालो राखी मेरे श्याम, मेरे प्रभु सुखधाम,
रक्षा बंधन है आया, दास ये राखी लाया-०२
बंधवालो राखी मेरे श्याम, मेरे प्रभु सुखधाम-०३

बोलो जयकारा,
बोल मेरे श्री गुरु महाराज की जय !


मिलते-जुलते भजन...