चिन्ता से भरा दिल सांई को दे दे
चिन्ता से भरा दिल सांई को दे दे-02
तुझे दोनों जहां का सुख चैन मिलेगा,
फिर पतझड़ में भी तेरी बगिया में-02
सांई रहमत का हर फूल खिलेगा,
चिन्ता से भरा दिल सांई को दे दे
कभी दिन उजियारा कभी रैन अंधेरी, कभी मन हरियाली कभी झोली खाली-02
वो सब कुछ जाने कब क्या देना है, हर पग पे करेगा तेरी रखवाली,
तू पकड़ के रखियो विशवास कि डोरी-02
वो जहां मिला था फिर वहीं मिलेगा,
चिन्ता से भरा दिल सांई को दे दे
स्वीकार किया है हमें सांई ने जब से, जग को पहचाना ख़ुद को पहचाना-02
मुश्किल से मिली है सदगुरू कि चौखट, मुश्किल से मिला है हमें एक ठिकाना,
लगता है सभी हम किस्मत के धनी हैं-02
कहो ऐसी जगह से अब कौन हिलेगा,
चिन्ता से भरा दिल सांई को दे दे
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हो सकता है इक दिन तुम्हें नींद आ जाये, तुम रोम-रोम को ज़रा बोल के रखना-02
बंद भी हो जाएं जग के दरवाज़े, तुम मन की खिड़की सदा खोल के रखना,
किस रात मैं सांई कब चुपके-चुपके-02
अपने भक्तों से ख़ुद आन मिलेगा,
चिन्ता से भरा दिल सांई को दे दे-02
तुझे दोनों जहां का सुख चैन मिलेगा,
फिर पतझड़ में भी तेरी बगिया में, सांई रहमत का हर फूल खिलेगा,
चिन्ता से भरा दिल सांई को दे दे