भोला भंडारी तो धक धक सूटे चिलम पे चिलम

  • bhola bhandaari to dhak dhak soote chilam pe chilam

भोला को भाये न खोया मलाई करते रेहते तंग
भोला भंडारी तो धक धक सूटे चिलम पे चिलम,

पीसत पीत्स हारी गोरा पीते जाए भंगिया,
तन पे बस्म रमा कर बैठे माने ना ही बतियाँ
चिलम चिलम पे चदाये भोला करते रेहते तंग
भोला भंडारी तो धक धक सूटे चिलम पे चिलम,

भोले नाथ न कॉफ़ी पीते ना पीते वो चाय
ना माने ना माने मोसे भोले चिलम चड़ाये
नंदी भी झूमे भोले भी झूमे झूमे गले में बुजंग
भोला भंडारी तो धक धक सूटे चिलम पे चिलम,

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