भर दो झोली मेरी गणराजा
तेरे दरबार में दिल थाम के वो आते है
जिसको तू चाहे हे गणेशा तू बुलाता है
तेरे दर पेर सर झुकने आया हू
जिसकी बिगड़ी चाहे तू बनता है।।
भर दो झोली मेरी गणराजा,
लौटकर मैं ना जाऊंगा खाली,
मैया गोरी के लाला गजानन,
तुमको सुमिरे भगत यह तुम्हारा,
जब तलक तू बना देना बिगड़ी,
दर से तेरे ना जाए सवाली।।
भर दों झोली मेरी गणराजा,
लौटकर मै ना जाऊंगा खाली,
भर दो झोली गणेशा,
भर दो झोली गणराजा,
भर दो झोली हम सब की,
भर दों झोली मेरी गणराजा,
लौटकर मै ना जाऊंगा खाली।।