असी बैठे ज्योत जगा के दातिये
मां ममता की, महक है,
मां है सूरज प्रकाश l
मां हरियाली सी लगे,
मां जीवन की आस ll
असीं बैठे, ज्योत जगा के दातीए,
मिल जा, सानू आ के ll
मिल जा, सानू आ के दातीए,
मिल जा, सानू आ के l
असीं बैठे, ज्योत जगा के दातीए…
महां रानी तेरी, शेर सवारी ll
सबको, लगती, बड़ी प्यारी ll
आज जाना, दर्शन, पा के दातीए,
मिल जा, सानू आ के l
असीं बैठे, ज्योत जगा के दातीए…
दुर्गा, मां तैनू आऊणा पैणा ll
बच्चियां, ने ए, मुड़-मुड़ कहिणा ll
तेरे चरणी, अरज, लगा के दातीए,
मिल जा, सानू आ के l
असीं बैठे, ज्योत जगा के दातीए…
तूं, बच्चियां दी, दाती मां एं ll
ममता, वाली, ठंडी छांव एं ll
इक वारी, गल नाल, ला लै दातीए,
मिल जा, सानू आ के l
असीं बैठे, ज्योत जगा के दातीए…
भगत, तेरा मां, कहे दातीए ll
बिना, तेरे ना, रहे दातीए ll
तेरे नाम, मेरे हर, सांस ने दातीए,
मिल जा, सानू आ के l
असीं बैठे, ज्योत जगा के दातीए…