आयो रे गणपति बप्पा
आयो रे गणपति बप्पा-०२
बजे बजे ढ़ोल बजे, सारा जहां ख़ुशी से नाचे,
दुःख हरे सुख धरे, प्रेम करे विघ्न हरे,
आयो रे गणपति बप्पा, आयो रे,
आयो रे गणपति बप्पा।
मूषक जिनकी सवारी, वो पूजे जाते बारी बारी-०२
देव देवी सब हैं भजे, कृपा इनकी लूटो मजे,
देख कर छवि उनकी,
सबकुछ है यहाँ चन्ना रे चन्ना रे चन्ना,
आयो रे गणपति बप्पा, आयो रे,
आयो रे गणपति बप्पा।
और इस भजन से भी आनंदित हों : जय हो गणपति देवा मंगल मूर्ति देवा
जपो उन्हें दिन रात, बप्पा सुने सबकी बात,
व्यास जी का जो है प्यारा, लिख दिया गीता सारा-०२
सबकी सुने वो है कौन, हन्ता रे हन्ता रे,
आयो रे गणपति बप्पा, आयो रे,
आयो रे गणपति बप्पा।
रिद्धि सिद्धि के वो स्वामी, परम पिता परम ज्ञानी-०२
ढ़ोलक और डमरू के,
ढ़ोलक डमरू के थाप नाचे, एकदन्ता रे दन्ता रे दन्ता,
आयो रे, आयो रे, आयो रे गणपति बप्पा, आयो रे,
आयो रे गणपति बप्पा,
बजे बजे ढ़ोल बजे, सारा जहां ख़ुशी से नाचे,
दुःख हरे सुख धरे, प्रेम करे विघ्न हरे,
आयो रे गणपति बप्पा, आयो रे,
आयो रे गणपति बप्पा-०३
