आये है तेरे द्वार तेरे ही भक्त अपार

  • aaye hai tere dwar tere hi bhakt apaar

आये है तेरे द्वार तेरे ही भक्त अपार,
सब कुछ जो गया हार तू उस को लगाती पार,
माँ मंतो वाली मैंने चुनरी चढ़ा ली,
माँ मुझको मिले तेरा प्यार आये है तेरे द्वार,
आये है तेरे द्वार तेरे ही भक्त अपार,

माँ तेरी महिमा निराली तू दुर्गा तू ही काली,
मन में तेरी भगति जगा ली मेरी शक्ति शेरावाली,
संसार की तू रखवाली मैया तू मेहरवाली,
तेरी भगति का सार तेरे भगत हजार,
माँ सब को मिले तेरा प्यार,
आये है तेरे द्वार तेरे ही भक्त अपार,

आये तेरे दर पे सवाली हो लाल चुनरियाँ वाली,
तू ध्यान में वसने वाली मैंने तेरी ज्योत जगा ली,
माँ तू है कितनी प्यारी अपने भगतो की प्यारी,
तेरा रूप है सकार तू ही मेरा संसार माँ मुझको मिले तेरा प्यार,
आये है तेरे द्वार तेरे ही भक्त अपार,

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