मूषक पर देवा बैठे जय गणराजा
मूषक पर देवा बैठे जय गणराजा
सज धज के देवा आते जय गणराजा।।
भक्तों की टोली नाच झूम के बोले
वक्र तुंड है देवा है हमारे।।
मूषक पर देवा बैठे जय गणराजा
भक्तो की टोली नाचे झूम के बोले जय गणराजा
मूषक पर देवा बैठे जय गणराजा।।
वक्र तुंड है देवा हमारे
सूर्य कर्ण है देवा हमारे
मंगल मूर्ति की झाँकी प्यारी
जय विघ्नेश्वर जय देवेश्वर
जय गणनायक जय परमेश्वर
मूषक पर देवा बैठे जय गणराजा
भक्तो की टोली नाचे झूम के बोले जय गणराजा
मूषक पर देवा बैठे जय गणराजा
एक दन्त श्री गण देवा
भक्तो मन से करलो सेवा।।
सुख कर्ता दुख हर्ता स्वामी
जय लंबोदर जय प्रथमेश्वर
जय जयकारा जय जगदीश्वर
मूषक पर देवा बैठे जय गणराजा
भक्तो की टोली नाचे झूम के बोले जय गणराजा
मूषक पर देवा बैठे जय गणराजा
रिद्धि सिद्धि के स्वामी गजानन
शिव गौरी के प्यारे नंदन
चतुर्भुजी की महिमा न्यारी
जय भुवनेश्वर जय मयूरेश्वर
सिद्धि विनायक जय करुणेश्वर।।
मूषक पर देवा बैठे जय गणराजा
भक्तो की टोली नाचे झूम के बोले जय गणराजा
मूषक पर देवा बैठे जय गणराजा।।