आओ आओ श्री गणेश पधारो मोरे अगना
रिद्धि सिद्धि के दाता मां गौरी के ललना
आओ आओ श्री गणेश पधारो मोरे अगना।।
भांती भांती के फूल मंगा कर बंधन वर सजाए हैं
श्रद्धा भक्ति और लगन से अंगना चौंक पुरये है
धूप दीप से हम ने महाकाए हमारे घर आना
आओ आओ श्री गणेश पधारो मोरे अगना।।
पूजा थाल सजाये पवन घी के दीप जलाये हैं
मेवा खीर मिठाई लड्डू मोदक भोग लगाये हैं
मूषक वाहन चढ आओ लगाओ देर ना
आओ आओ श्री गणेश पधारो मोरे अगना।।
ढोल मंजीरा जहां बज गुन गण तुम्हारे गेट है
गिरजा नंद आ जाओ तुम को आज भूलते है
तेरे चरणों की प्रभु करते हैं वंदना
आओ आओ श्री गणेश पधारो मोरे अगना।।
दामोदर गजानन तुम्हें पुकारे ए जाओ
हम हैं शरण तुम्हारे प्रभु जी बिगड़े काज बन जाओ
सदा किशन बस रहे तेरे चरणों का दीवाना
आओ आओ श्री गणेश पधारो मोरे अगना।।