तेरी जय हो गणेश अपने भक्तो पे आने ना देता कोई भी कष्ट कलेश
शिव शंभु ने जिसका बनाया
अद्भुत रूप निराला
सबसे पहले पूजू तुमको
नाम जपु तेरी माला।।
अपने भक्तो पे आने ना देता
कोई भी कष्ट कलेश
तेरी जय जय जो हो गणेश
तेरी जय जय जय हो गणेश।।
देवो में तुम सर्वो परी हो
मां गौरा के प्यारे हो।।
रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता
सबके राज दुलारे हो
ब्रह्मा विष्णु करे वंदना
तुमको ध्यावे महेश
तेरी जय जय जय हो गणेश।।
तुम हो विधाता तुम हो स्वामी
सारे जगत के पालक हो।।
भोग लगता है लड्डू का
टीनो लोक के मलिक हो।।
गगन मगन होकर वंदना
तुमको ध्यावे हमेशा
तेरी जय जय जय हो गणेश।।
शिव शंभु ने जिसका बनाया
अद्भुत रूप निराला
सबसे पहले पूजू तुमको
नाम जपु तेरी माला।।
अपने भक्तो पे आने ना देता
कोई भी कष्ट कलेश
तेरी जय जय जय हो गणेश।।
