जय हो शिव गोरा के लाल
जय देवा तन्ने पूजा के
करे दूसरा काम
सब कट जाए विघन कलेश
जब ऊंचारे तेरा नाम।।
जय हो शिव गोरा के लाल
जय हो शिव गोरा के लाल।।
जय देवा तन्ने पूजा के
करे दूसरा काम
सब कट जाए विघन कलेश
जब ऊंचारे तेरा नाम।।
जय हो जय हो जय हो
जय हो शिव गोरा के लाल
जय हो शिव गोरा के लाल।।
म्हारी बुद्धि में प्रकाश दे
कारी सगले दूर अंधेरे
हो राहु चरण का दास
यहि विंति सांझ सवेरे।।
जय हो जय हो जय हो
जय हो शिव गोरा के लाल
जय हो शिव गोरा के लाल।।
करे मात पिता गुरु सेवना
देवो सबने यो वरदान
घर घर चले मनुहार जी
तू सर्व गुनो की खान जी।।
जय हो जय हो जय हो
जय हो शिव गोरा के लाल
जय हो शिव गोरा के लाल।।
हो खड़ा से ठाकुर अनेक
तेरे चरण में कर जोड़।।
खड़ा अकेला आन के
तेरे चरण में कर जोड़।।
शरण पाड़ा गणराज की
गणराज की गणराज की
नहीं कहकी थोर की।।
जय हो जय हो जय हो
जय हो शिव गोरा के लाल
जय हो शिव गोरा के लाल।।