सावन में झूले राधा संग बनवारी

  • Savan Mein Jhule Radha Sang Banwari

सावन में झूले राधा संग बनवारी-०२
इन दोनों को झूला देने, आ गयीं सखियाँ सारी,
सावन में झूले राधा संग बनवारी-०२

राधा रानी के मन में तो,
सावन के उमंग है-०२
झूले ऊपर बैठी राधा,
रंगी श्याम के रंग है-०२
लाल गुलाबी फूलों से भी, लागे प्यारी-प्यारी,
सावन में झूले राधा संग बनवारी-०२

कोयल बोले कूक-कूक,
पीहू पीहू मोर रे-०२
कान्हा के मुरली में गूंजे,
राधे नाम का शोर रे-०२
राधा पे भी छा गयी कैसी, मस्ती ये मतवारी,
सावन में झूले राधा संग बनवारी-०२

और इस भजन को भी देखें : सावन आया बाबा

रिमझिम रिमझिम पानी बरसे,
ठंढ़ी ठंढ़ी पवन चले-०२
राधा और कान्हा के मन में,
आज मिलन के फूल खिले-०२
बागों में भी खिल गए देखो, फूलों के फुलवारी,
सावन में झूले राधा संग बनवारी-०२


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