शिव शिव शिव रट ले रे बंदे
शिव शिव शिव रट ले रे बंदे,
जीवन है ये थोडा दोडा जाए रे समे का घोडा
शिव शिव शिव रट ले रे बंदे,
ना तेरा ना मेरा बाबू इस घोड़े पर समय का काभू,
परम पिता ही इसे चलाता दिखा दिखा कर कोड़ा
दोडा जाए रे समय का घोडा
पल पल बीत रही जिंदगानी कल की चिंता कर ले रे प्राणी,
ना जाने कब टूट पड़े है माथे पर काल हथोडा
दोडा जाए रे समय का घोडा
दसो दिशाओं के दरबाजे केहते रोज बना कर बाते,
बताये दुनिया वाले तुम्हे कितना पुण्ये है छोड़ा
दोडा जाए रे समय का घोडा