क्या कहूँ कौन सी दौलत है गुरु

  • Kya Kahun Kaun Si Daulat Hai Guru

क्या कहूँ, कौन सी दौलत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी दुनिया, मेरी जन्नत है गुरु,
क्या कहूँ कौन सी दौलत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी दुनिया, मेरी जन्नत है गुरु,
क्या कहूँ कौन…

बनाया इसी ने जीवन सारा।

बनाया इसी ने जीवन सारा,
रोम रोम में इनका हीं साया।

बनाया इसी ने जीवन सारा,
रोम रोम में इनका साया,
साया हीं नहीं, काया है मेरी-०२
उपकार है इनका, स्वांसो पर,
मेरी पूजा, मेरी बरकत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी दुनिया, मेरी जन्नत है गुरु,
क्या कहूँ, कौन सी दौलत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी दुनिया, मेरी जन्नत है गुरु।

और इस भजन का भी अवलोकन करें: तारो में चन्द्र सामान हो गुरुदेव तुम्हारी जय होवे

हम सब को इक प्यार से सींचा,
कोई न ऊँचा, कोई न नीचा।

हम सब को इक प्यार से सींचा,
कोई न ऊँचा, कोई न नीचा,
छाया हीं भली, महिमा हीं भरी-०२
करे प्रेम संगत,
करे प्रेम छमाछम, ऊपर वाला,
जन्मों जन्मों की इबादत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी पूजा, मेरी जन्नत है गुरु,
क्या कहूँ, कौन सी दौलत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी दुनिया, मेरी जन्नत है गुरु।

अंक में सारी सृष्टि समेटी,
सुख दुःख को कर के सम देखि,

अंक में सारी सृष्टि समेटी,
सुख दुःख को, सम कर के देखि,
अंक में सारी सृष्टि समेटी,
सुख दुःख को, कर के सम देखि,
आँचल के तले, जीवन ये पले-०२
वो नर क्या, वो तो नारायण,
सबको शिव करने की ताकत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी दुनिया, मेरी जन्नत है गुरु,
सबको शिव करने की ताकत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी दुनिया, मेरी जन्नत है गुरु,
जन्मों जन्मों की इबादत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी दुनिया, मेरी जन्नत है गुरु,
मेरी पूजा मेरी बरकत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी दुनिया, मेरी जन्नत है गुरु,
क्या कहूँ, कौन सी दौलत है गुरु,
मेरा जीवन, मेरी दुनिया, मेरी जन्नत है गुरु।


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