शरण में बुला लो शरण में लगा लो
शरण में बुला लो, शरण में लगा लो,
बचा लो मुझे, डूब जाने से पहले,
हे गुरुवर हमारे, जन जन के प्यारे,
सम्भालो मुझे, डगमगाने से पहले-०२
अंधेरा मिटाकर, किया हैं उजाला,
पिलाया मुझे ज्ञान, अमृत का प्याला,
अंधेरा मिटाकर, किया हैं उजाला,
पिलाया मुझे ज्ञान, अमृत का प्याला,
तुम्हारी कृपा से, सफल हो गयी है,
मेरी जिंदगी, मौत आने से पहले,
हे गुरुवर हमारे, जन जन के प्यारे,
सम्भालो मुझे, डगमगाने से पहले।
हरिद्वार कनखल, जन्मभूमि प्यारी,
समायी है कण कण में, झांकी तुम्हारी,
हरिद्वार कनखल, जन्मभूमि प्यारी,
समायी है कण कण में, झांकी तुम्हारी,
दुखी आदमी को, ह्रदय से लगाकर,
सुखी कर दिया, कष्ट आने से पहले,
हे गुरुवर हमारे, जन जन के प्यारे,
सम्भालो मुझे, डगमगाने से पहले।
और इस भजन को भी देखें: तेरी शरण में आके मैं धन्य हो गया
जगत जननी माता के, अनुपम कृपा से,
ये भक्तों का पावन, समागम हुआ है,
जगत जननी माता के, अनुपम कृपा से,
ये भक्तों का पावन, समागम हुआ है,
कहीं कैसे सेवक, गुरूजी की महिमा,
झुकाएं है सर, गीत गाने से पहले,
शरण में बुला लो, शरण में लगा लो,
बचा लो मुझे, डूब जाने से पहले,
हे गुरुवर हमारे, जन जन के प्यारे,
सम्भालो मुझे, डगमगाने से पहले,
हे गुरुवर हमारे, जन जन के प्यारे,
सम्भालो मुझे, डगमगाने से पहले-०२