जय जय बाबा अमरनाथ बर्फानी भूखे को अन प्यासे को पानी
जय जय बाबा अमरनाथ बर्फानी
भूखे को अन प्यासे को पानी ॥
तू है बड़ा दानी
जय जय बाबा अमरनाथ बर्फानी ॥
तेरी माया तू ही जाने ,
बुरे भले नू आप पछाणे,
तेरी माया जाण न सकेया कोई वी ब्रमज्ञानि ,
जय जय बाबा………………………….
कोडेया नू तू काया देवे ,निर्धना नू माया देवे,
अनेया नू अखियाँ गूगेया नू जीवा,
वर देवे वरदानी ,
जय ……………………………………..
शिव शंकर दा रूप निराला,
शेष नाग लटके गल काला,
मस्तक चंदा जटो में गंगा दा बन गया अमृत पानी ,
जय जय……………………………………………
नूर देख मेरी रूह खुश होवे,
अमित गौरव दे मन नू मोवे
देवतेया दा देव कहावे तू है अंतरयामी
जय जय…………………………………………