नीलकंठ पै चढ़के पी गया एक बाल्टी भाँग
नीलकंठ पै चढ़के पी गया एक बाल्टी भाँग,
भोला न्यू मटकै,
गौरा माँ नै न्यू सोची भोले म्है बड़गे भूत,
कदे पाँ कदे सिर, कदे पाया नै झटकै कदे वो सिर नै झटकै,
भोला न्यू मटकै…..
नीलकंठ पै चढ़के ……..
डम डम डमरू बाजण लाग्या संग म्ह नाँचै भूत,
वो भोला वो शंकर, कदे हाथां नै पटकै, कदे झुल्फा नै झटकै,
भोला न्यू मटकै…….
नीलकंठ पै चढ़के ……..
बम भोले का डांस देख कावड़िये हो गये मस्त,
लिखै सिंहपुरिया हटकै भोला न्यू मटकै ,
नीलकंठ पै चढ़के ……..
कुमार सुनील फोक सिंगर
हिसार हरियाणा भारत