मुरली की धुन २.०

  • Murli Ki Dhun 2.0

ओ कान्हा तुमसे प्यारा ना कोई था ना कोई होगा-०२
जो इस दुनिया में अगर होगा वो मेरी राधा सा होगा,
तुम्हारे बिन अधूरा हूँ,
तुम्हारे बिन अधूरा हूँ, मैं पूरा होने आया हूँ,
तेरी मुरली की धुन सुनके मैं बृन्दावन को आया हूँ-०३
कृपा करदे मेरे कान्हा,
कृपा करदे मेरे कान्हा, मैं ये अरदास लाया हूँ,
तेरी मुरली की धुन सुनके मैं बृन्दावन को आया हूँ।

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मैंने कान्हा को रो रो कर कई शाम में पुकारा है-०२
कहा हूँ उनसे मैं जैसा और मैं जो हूँ सब तुम्हारा है,
मैं खुद तो तेरे चरणों में,
मैं खुद तो तेरे चरणों में, समर्पित करने आया हूँ,
तेरी मुरली की धुन सुनके मैं बृन्दावन को आया हूँ-०३
कृपा करदे मेरे कान्हा,
कृपा करदे मेरे कान्हा, मैं ये अरदास लाया हूँ,
तेरी मुरली की धुन सुनके मैं बृन्दावन को आया हूँ।


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