स्वर्ग सा खाटू धाम

  • Swarg Sa Khatu Dham

रींगस से खाटू तक पैदल,
श्याम भक्त तन्ने ठेट मिले,
जब करे एंट्री खाटू में,
तो पहले तोरण गेट मिले,
वहाँ दिल्ली बंबई कलकत्ता के,
बड़े बड़े तन्ने सेठ मिले,
अपने भक्तां कि श्याम धणी भी,
करता हरदम वेट मिले, करता हरदम वेट मिले,
वहाँ सज धज बैठा जो मिले,
तू आके बाबा श्याम देख ले,
जे गेड़ा स्वर्गा का मारना तन्ने,
तू आके खाटू धाम देख ले।

वहाँ रोणक दिखे बजारों में,
फुल भीड़ मिले भंडारों में,
जिसको भी देखो मस्त मगन,
मेरे बाबा के जयकारों में,
चाहे घूम लिए सारी दुनिया,
ना खाटू सा दरबार मिले,
या श्याम प्रेमियों की प्यारे,
तन्ने लम्बी लगे कतार मिले, लम्बी लगे कतार मिले,
लाखों भगता की भीड़ जो लगे,
हो जावे रोड जाम देख ले,
जे गेड़ा स्वर्गा का मारना तन्ने,
तू आके खाटू धाम देख ले।

और इस भजन को भी देखें: मेरे मन के मंदिर में बस तेरा ही नाम

श्री श्याम बगीची लगे जहाँ,
भजना का खाड़ा देख लिये,
रे अपनी अंख्या मोरछड़ी का,
लगता झाड़ा देख लिए,
या नये पुराने जितने भी,
सब भक्त तन्ने मिल जावेंगे,
कोई हाथों में निशान लिए,
कोई रील बनाते पावेंगे, रील बनाते पावेंगे,
जो सारी दुनिया में कित्ते ना बणे,
वो बनते यहाँ काम देख ले,
जे गेड़ा स्वर्गा का मारना तन्ने,
तू आके खाटू धाम देख ले।

एक बार खाटू आके,
ते देख लिए अजमाके ने,
तेरी काया निर्मल हो ज्यागी,
भई श्याम कुण्ड में नहाके ने,
या जगह जगह कीर्तन होते,
और छप्पन भोग प्रसाद मिले,
फेर कड़ी-कचोरी खाके देख,
उसका भी अलग स्वाद मिले,
उसका भी अलग स्वाद मिले,
लागे भीम सैन झूठी जे तन्ने,
तू आके सरे आम देख ले,
जे गेड़ा स्वर्गा का मारना तन्ने,
तू आके खाटू धाम देख ले,,
जे गेड़ा स्वर्गा का मारना तन्ने,
तू आके खाटू धाम देख ले,
खाटू धाम देख ले।


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