क्या लेके आया बंदा, क्या लेके जायेगा

  • Kya Leke Aaya Banda Kya Leke Jayega

आया है सो जाएगा,
राजा रंक फकीर,
एक सिंहासन चढ़ चले,
भाई एक बंधे जंजीर।

तबला, हो
तबला सारंगी बाजता,
जहाँ होती छतीसों राग,
वे खंडर सुना पड़ा,
जहाँ उड़ उड़ बैठे काग।

क्या लेके आया बंदा,
क्या लेके जायेगा-०२
दो दिन की जिंदगी है, दो दिन का मेला-०२
क्या लेके आया बंदा,
क्या लेके जायेगा-०२
दो दिन की जिंदगी है, दो दिन का मेला-०२

इस जगत सराये में,
मुसाफिर रहना दो दिन का-०२
इस जगत सराये में,
मुसाफिर रहना दो दिन का-०२
क्यों व्यर्थ करे गुमान,
मुरख इस धनऔर यौवन का-०२
बंद मुट्ठी आया जग मे,
खाली हाथ जायेगा-०२
दो दिन की जिंदगी है दो दिन का मेला-०२
क्या लेके आया बंदा,
क्या लेके जायेगा-०२
दो दिन की जिंदगी है, दो दिन का मेला-०२

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वे कटे गया बलवान,
तीन बार धरती तोलणियाँ-०२
ज्यारी पड़ती धाक, नाही कोई शामें बोलणियाँ,
ज्यारी एडी पड़ती धाक,
नाही कोई शामें बोलणियाँ,
निर्भय डोलणियाँ वे तो,
गया रे अकेला-०२
दो दिन की जिंदगी है दो दिन का मेला-०२
क्या लेके आया बंदा,
क्या लेके जायेगा-०२
दो दिन की जिंदगी है, दो दिन का मेला-०२

नहीं छेड़ सके कोई,
माया गिणी गिणाई रे,
हो माया गिणी गिणाई रे,
नहीं छेड़ सके कोई,
माया गिणी गिणाई रे,
हो माया गिणी गिणाई रे,
गढ किला री निव छोड़ गया,
चिणी चिणाई रे,
गढ किलो री निव छोड़ गया,
चिणी चिणाई रे,
चिणी रे चिणाई रह गई,
गया है अकेला,
दो दिन की जिंदगी है दो दिन का मेला-०२
क्या लेके आया बंदा,
क्या लेके जायेगा-०२
दो दिन की जिंदगी है, दो दिन का मेला-०२

इस काया का है भाग्य,
भाग्य बिना पाया नहीं जाता-०२
इस काया का है भाग्य,
भाग्य बिना पाया नहीं जाता-०२
कहे ‘शर्मा’ बिना नसिब, तोड़ फल खाया नहीं जाता-०२
भवसागर से तर ले बंदा,
हरी गुण गायले-०२
दो दिन की जिंदगी है, दो दिन का मेला-०२
क्या लेके आया बंदा,
क्या लेके जायेगा-०२
दो दिन की जिंदगी है, दो दिन का मेला………


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