दया करो साईनाथ

  • daya karo sai nath mujh par

दया करो साईं नाथ मुझपर दया करो साईं नाथ
मैं पापी हु मैं मुर्ख हु हु बालक नादान
दया करो साईं नाथ मुझपर दया करो साईं नाथ

मेरी नैया आन फसी थी बीच भवर में कन्हिया
पार करे जो भव सागर से मिला न कोई खवियाँ,
गम की आंधी से आया है सागर में तूफ़ान
दया करो साईं नाथ मुझपर दया करो साईं नाथ

मेरे कर्मो के फल ने ही मन भरमाया मेरा
जगा जगा पर भटक रहा हु दास कहा कर तेरा
तभी तो मेरा जगह जगह पर होता है अपमान
दया करो साईं नाथ मुझपर दया करो साईं नाथ

कभी वो दिन था तेरा भरोसा रंग यु दिखलाता था
मुश्किल काम भी बिगड़ा बाबा जल्दी ही बन जाता था
आज तुम्हारे दिल में बाबा आये न मेरा ध्यान
दया करो साईं नाथ मुझपर दया करो साईं नाथ

अपने दास का मान प्रभु जी इतना आज न तोड़ो
दुनिया ने तो छोड़ दिया है तुम तो न मुझको छोड़ो
नही तो रखना याद तू दाता हो जाऊ वीरान
दया करो साईं नाथ मुझपर दया करो साईं नाथ

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