सुना है तेरे दर पे आके मोहन
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है,
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है,
तुम्हारे दर्शन को मुरली वाले-०२
हमारी आँखे तरस रही है,
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है,
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है।
झुंकी है पलके भरे हैं आंसू
कभी तो होगा मिलन ये सोचूं,
उठाओ पर्दा ऐ मुरली वाले-०२
हमारी सांसे ठहर रही है,
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है,
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है।
और इस भजन का भी अवलोकन करें: पकड़ लों हाथ बनवारी
कहूंगा मैं तुमसे अपने दिल की,
तुम्हारी बातें तुम्हीं से होगी,
तुम्हारे भगतों की भीड़ मोहन-०२
वृंदावन में पहुँच रही है,
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है,
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है।
ये धन ये दौलत ये बंगला गाड़ी,
और एक तरफ है तेरी सेवादारी,
जिसके हो मांझी तुम मुरली वाले-०२
उसको भंवर की चिंता नहीं है,
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है,
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है,
तुम्हारे दर्शन को मुरली वाले-०२
हमारी आँखे तरस रही है,
सुना है तेरे दर पे आके मोहन,
किस्मत सबकी संवर रही है,
किस्मत सबकी संवर रही है,
किस्मत सबकी संवर रही है।