तेरे सहारे थे दादी जी
तेरे सहारे थे दादी जी, तेरे सहारे हैं, तेरे सहारे ही रहेंगे औ मेरी मैया,
तेरे हवाले थे दादी जी, तेरे हवाले हैं, तेरे हवाले ही रहेंगे औ मेरी मैया….
चरण कमल की सेवा देदो, नित उठ भवन बुहारूं,
प्रेम पूरित नयनो से तेरी निर्मल छवि को निहारूँ,
भक्ति का वरदान दे दो, ओ मेरी मैया…..
तेरे सिवा मेरी झुंझुनुवाली कोई नही है हमारो,
दर दर की है ठोकर खाई मिलो न कोई सहारो,
अब तो आकर बांह पकड़ लो, ओ मेरी मैया…..
दुनियां के सब रिश्ते नाते माया का है डेरा,
एक तू ही लागे अपनी सर पे हाथ जो फेरा,
भवसागर से पार लगादो, ओ मेरी मैया…..
जन्म मरण के फेरों में दादी नैया डगमग डोले,
होता निश्चय भवपार वही जो जय दादी की बोले,
करे यही अरदास “गम्भीर”, ओ मेरी मैया…….
