सुन मेरी मां
जय दादी जी की
तर्ज श्याम बाबा श्याम बाबा तेरे पास आया हूं
सुन मेरी मांँ,सुन दादी मांँनीमचधाम आई हूं
झोली म थारो श्रृंगार लाई हूं२ सुन मेरी मांँ सुन दादी मांनीमच धाम आई हूं झोली म थारो श्रृंगार लाई हूं २
अमर सुहागन दादी थारो
आज सोलह श्रंगार सजाऊं
माथे ऊपर लाल बिंदिया
कुमकुम भरकर मांग सजाऊं
काजल मेरी मांँ_२ नजर उतारन लाई हूं
झोली में थारो श्रंगार लाई हूं
मोती जड़ क जूड़ो बनाऊं
और बोरलो तने पेहराऊं
लाल गुलाब की कली स दादी
जूड़ा न म और सजाऊं
नथ मेरी मांँ२ हीरा जड़ी गढ़ाई हूं झोली में थारो श्रंगार लाई हूं२
काना म मानिक को कुंडल
रतन जड़ित म चीक पहनाऊं
चूड़लो हाथ म रंग-बिरंगो
सतरंगों घाघरो पहनाऊं
चुनर मेरी मांँ२ हाथां स सजाई हूं झोली म थारो श्रंगार लाई हूं २
कमर तागड़ी जे तू पेहरे
सोनूदेख तुझे हर्षाए
पायल तेरी रुनझुन बाजे
कोमल तुझपे वारी जाए
पोली मेरी मांँ२ घुंघरा वाली लाई हूं झोली म थारो श्रंगार लाई हूं २
सुन मेरी मांँ सुन दादी मांँ नीमच धाम आई हूं
झोली म थारो श्रंगार लाई हूं_२!!
