साथो बाबा खोह लिया
जबर जुलम दी जालमा ने हद मुकाई,
होये प्यासे खून दे बई भाई भाई,
किती इल्तफिरंगियाँ की वरतेया भाना,
साथो बाबा खोह लिया तेरा ननकाना,
तू हिन्दू ते मुसलमान सी हिक नाल लाउंदा,
इको राम रहीम ने गल बह समजानदा,
रस्ते वखो वखरे पर एक टिकाना,
साथो बाबा खोह लिया ……
इथे बाबा वरतियाँ बड़ियाँ तकदीरा,
धरती धुत पंजाब दी होई फट के लीरा,
भांडा टिंडा बंड के बेह गया घराना,
साथो बाबा खोह लिया ……..
एथे भाई बन गये ने भाईयाँ दे वैरी,
कोड़े राकक्षक जन्म पये कई बली कन्धारी,
चोरा ने गल पा लिया साधा दा वाना,
साथो बाबा खोह लिया ….
पानी वंड लये जालमा धरती माँ रोई,
अखी आ के तक ले दुनिया अधमोई,
छड चमकीला आखदा सिविआ मर जाना ,
साथो बाबा खोह लिया
