हांरे मारा मनड़ा बदल गया दिनड़ा

  • haare mara manda badal geya dinda

हांरे मारा मनड़ा बदल गया दिनड़ा,
वा पैलां री बात नहीं,

गौ माता की हाल बिगड़ गई, जीवती री खाल उदड़ गयी,
सावन सुखों सुखों जावे , बे मौसम बरसात गणी,
हांरे मारा मनड़ा ……

ईपीतल जुगड़ी पर छाई , मां जाया बोले नहीं भाई,
बेटो बाप ने आंख दिखावे , श्रवण सी सन्तान नहीं,
हांरे मारा मनड़ा ……

सतवंती नहीं रही लुगायां , बात करें घूँघट ने उठाया,
बहू सास ने गाल्या काढ़े , वा घूँघट में बात नही,
हांरे मारा मनड़ा ……

कई कई साधु हुया स्वादु , माया जाल को लाग्यो जादू,
बाबा जी ने चेला प्यारा , चेला में वा बात नही,
हांरे मारा मनड़ा ……

धुला राम जी कह गया सांची , ई कल युग री पोथी वांची,
सिर पर हाथ है गुरुदेव रो , दुश्मन की औकात नही,
हांरे मारा मनड़ा ……

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