जितने दिन यु व्यर्थ कटेगे

  • jitne din yu vyarth katege

जितने दिन यु व्यर्थ कटेगे,
फिर न कभी वापिस मिले गे,
जीवन तो है बेहता पानी,
बेहता ही जायेगा……

वादा कर के भी तूने प्यार से उसका नाम कभी ना बोला,
जिसने तुझको किरपा कर के दिया है ये मानव का चोला,
जो तू न राह पे आएगा जीवन भर पश्ताऐगा,
जितने दिन यु व्यर्थ कटेगे…..

सुन ले सुन ले रे ऐ मन मेरे करले,
कुछ तो साधन ऐसा,
पापो का खंड है तेरा जीवन हो जाये,
पवन मंदिर जैसा,
प्रभु की शरण में जो आएगा ऐसा तभी हो पायेगा,
जितने दिन यु व्यर्थ कटेगे,

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