धीरज रख वो रहमत की बरखा बरसा भी देगा

Dhiraj Rakh Wo Rahmat Ki Barkha Barsa Bhi Dega

धीरज रख वो रहमत की बरखा बरसा भी देगा-02
जिस साईं ने दर्द दिया है वही दवा भी देगा,
धीरज रख वो रहमत की बरखा बरसा भी देगा

तोड़ कभी ना आस की डोरी, खुशियाँ देगा भर-भर बोरी-02
मगर वो गम की परछाई से तुझे डरा भी देगा-02
जिस साईं ने दर्द दिया है वही दवा भी देगा,
धीरज रख वो रहमत की बरखा बरसा भी देगा

जिसके हाथ में सबकी रेखा उसकी और जिसने भी देखा,
सही समय पर मध्यम तारा वो चमका भी देगा-02
जिस साईं ने दर्द दिया है वही दवा भी देगा,
धीरज रख वो रहमत की बरखा बरसा भी देगा

मांग में भर बिंदिया से पहले नाम वही निंदिया से पहले-02
एक दिन वो तेरी आशा को एक चेहरा भी देगा-02
जिस साईं ने दर्द दिया है वही दवा भी देगा,
धीरज रख वो रहमत की बरखा बरसा भी देगा

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बढ जायेगी हिम्मत तेरी घटेगी जब घनघोर अँधेरी-02
बूंद-बूंद तरसानेवाला जाम पिला भी देगा-02
जिस साईं ने दर्द दिया है वही दवा भी देगा,
धीरज रख वो रहमत की बरखा बरसा भी देगा
जिस साईं ने दर्द दिया है वही दवा भी देगा,
धीरज रख वो रहमत की बरखा बरसा भी देगा,
बरखा बरसा भी देगा-03


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