थारी निसदिन ज्योत जगावां

  • thaari nisdin jyot jagava

सबसे पहले करां थारा पूजन,
सारा दिन हर्षित रहता मन,
फेर आगै कदम बढावां हो दादा,
पित्तर महाराज,
थारी निसदिन ज्योत जगावां हो दादा,
पित्तर महाराज।
चरणा मै ध्यान लगावां हो दादा,
पित्तर महाराज।।

थारी दया तै म्हारे काम समरगे,
अन धन तै भण्डारे भरगे,
हम भव सागर तर जावां हो दादा पित्तर,
पित्तर महाराज,
थारी निसदिन ज्योत जगावां हो दादा,
पित्तर महाराज।
चरणा मै ध्यान लगावां हो दादा,
पित्तर महाराज।।

बड़ी अनोखी है थारी माया,
सभ पै रखते ठण्डी छाया,
थारा पल पल शुक्र मनावां हो दादा,
पित्तर महाराज,
थारी निसदिन ज्योत जगावां हो दादा,
पित्तर महाराज।
चरणा मै ध्यान लगावां हो दादा,
पित्तर महाराज।।

धोती – कुर्ता साफा पगड़ी,
विजय दास थारा लावै जकड़ी,
हर मावस कपड़े पहनावां हो दादा पित्तर,
पित्तर महाराज,
थारी निसदिन ज्योत जगावां हो दादा,
पित्तर महाराज।
चरणा मै ध्यान लगावां हो दादा,
पित्तर महाराज।
थारी निसदिन ज्योत जगावां हो दादा,
पित्तर महाराज……

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