हाथों में पैसा खत्म ना हो ऐसी में किस्मत लाऊंगा

  • hatho mein paisa khatm na ho aisi main kismat launga

हाथों में पैसा खत्म ना हो ऐसी में किस्मत लाऊंगा
ऐसी मै किस्मत लाऊंगा रूणिचा नगरी जाउंगा

लेकर धोली ध्वजा मैं हाथ घर से मैं निकल जाऊंगा
रस्ते रस्ते भण्डारा में खीर पुडी मैं खाऊंगा

सरोवर में नहाकर के मैं अपना कोढ़ मिटाऊंगा
बाबा रा दर्शन पाकर के काया कंचन कर आऊंगा

राम विष्णु रो अवतारी हैं भगतां रा कारज हारेगा
बाबो पचरंग पैचाधारी है दुखिया रा दुख मिटावेगा

राम भगतां ने पर्चा देवे निर्धन री झोली भर देगा
हिन्दू मुस्लिम दर पे आवे बाबो भेदभाव मिटादेगा

यो मुकेश लिख कर गावे हैं चरणा में शीश नवावेगा
भक्त आस ले के आवे हैं राम नैया पार लगावेगा

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