चढ़ गई फकीरां वाली भंग वे
चढ़ गई फकीरां वाली भंग वे
सानूं चढ़ गई दातिया।
चढ़दा ना होर कोई रंग वे
सानूं चढ़ गई दातिया।
चढ़ गई फकीरां वाली भंग वे…
तेरे बिना दाता किसे नूं ना जानदे।
तेरे हो के दाता असीं बड़ीआं मौजां मानदे।
किसे गल्लों ना होए तंग वे, सानूं चढ़ गई दातिया।
चढ़ गई फकीरां वाली भंग वे…
नैणां दे पियालियां च मस्ती पई डुल्दी।
करके दीदार सानूं होश सारी भूल गई।
हो गया मस्त मलंग वे, सानूं चढ़ गई दातिया।
चढ़ गई फकीरां वाली भंग वे…
तेरियां पियारियां ने एहो अज कहिणा ए।
हर मोड़ उत्ते तुसीं नाल नाल रहिणा ए।
पूरी कर बच्चियां दी मंग वे, सानूं चढ़ गई दातिया।
