साल भर के कठिन बरतिया

  • Saal Bhar Ke Kathin Baratiya

साल भर के कठिन बरतिया,
भूखे बरती तोहार-०२
जल बीचे खड़ा होके बरती,
मांगे आशीष हजार-०२

सबके सलामत रहे सेन्दुरा,
बनल रहे नईहर ससुरार-०२
आवे नाहीं कउनो विपतिया,
छठी मईया रखिह ख्याल-०२

बड़ा री कठिन की परबिया,
लिहली अम्मा मोर उठाये-०२
जुग जुग जीय मोर ललनवा,
बढ़े कूल परिवार-०२

और इसे भी देखें: छठी माई अइहें मोर अंगनवा

खड़ा होखे भईया संगे भाभी,
विनती करेले बारम्बार-०२
गोदिया में लेटी आपन धियवा,
बेटा खातिर अर्जी लगाये-०२

ससुरा से आई गइलीं दीदी,
जीजा बाड़े बाहरा हमार-०२
पहिले पहिले छठ कइलीं,
लिहलीं नईहर से उठाये-०२


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