जिसको जीवन में मिला सत्संग है
जिसके जीवन मैं मिला सत्संग हैं,
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।….-
जिसका हरी से जुड़ा संबंध हैं,
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
जिसका हरी से जुड़ा संबंध हैं,
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
जिसका जीवन सच्चाई में ढल गया,
उसके पापों का पर्वत भी ढल गया –
उसके रोम रोम मे बसे गोविंद हैं,
जिसके जीवन मैं मिला सत्संग हैं……..
सूरदास मीरा कबीरा ने गाया,
तुलसी नानक ने भी दर्शन पाया ।
जिसके हृदय मे राम नाम बंद है..-
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
जिसके जीवन मैं मिला सत्संग हैं…….
स्वर्ग जाने की इच्छा नहीं है
मुक्ति पाने की इच्छा नहीं है
उसे ही मिलता यहाँ परमानंद है…-
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
जिसे जीवन मैं मिला सत्संग हैं……..
उसे हर घड़ी आनंद ही आनंद है ।
