करवा चौथ का दिल से मैं व्रत करूँगी
करवा चौथ का दिल से
मैं व्रत करूँगी।।
करवा चौथ का दिल से
मैं व्रत करूँगी।।
सजना के साथ श्रीनगर
हर बात करूँगी।।
चाँद के जैसे मेरे
सजना में चमक रहे
सपनो के बाग में हर दूं
ताज़ी महक रहे।।
लुंबी उमर की खातिर
विनय शत शत करूँगी।।
करवा चौथ का दिल से
मैं व्रत करूँगी।।
मेरे साजन के चेहरे पे
मुस्कान कम ना हो।।
ख़ुसीया मिले जीवन में
कोई भी गम ना हो।।
सातो जानम में इनकी ही
मैं चाहत करूँगी।।
करवा चौथ का दिल से
मैं व्रत करूँगी।। ।।
सजना के साथ श्रीनगर
हर बात करूँगी।।
करवा चौथ का दिल से
मैं व्रत करूँगी।।
